Isaac Newton :
Dosto is post me hm apko Isaac Newton ke bare me pura details denge. Newton jivani, Motivational Newton aur bahut kuchh, Newton ek scientist the unhone kya khoje kiya iske bare m bhe details me janenge.
जन्म 4 जनवरी 1643
मृत्यु 31 मार्च 1727
आवास इंग्लैंड
राष्ट्रीयता इंग्लैंड
नागरिकता इंग्लैंड
शिक्षा कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
क्षेत्र भौतिक विज्ञान(Physics) ,गणित(Mathe) तथा खगोल ,प्राकृतिक चित्रण
प्रमुख खोजें गुरुत्वाकर्षण के नियम तथा न्यूटन के नियम
सर आइज़क न्यूटन (Isaac Newton) इंग्लैंड के एक बहुत बड़े वैज्ञानिक(Scientist) थे .जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण तथा गति के नियमों की खोज की ,यह एक महान गणितज्ञ भी थे .inhone बहुत से पुस्तक को भी प्रकाशित किया था, Inka prasidh book "प्राकृतिक दर्शन के गणितीय सिद्धांत" and "फिलॉसफी नेचुरल प्रिंसया मैथमेटिकल" जो कि विज्ञान के क्षेत्र में बहुत एडवांस हैं . इनके गुरुत्वाकर्षण के नियम तथा गति के नियमों ने भौतिक जगत में क्रांति ला दी .इसके अलावा न्यूटन ने यांत्रिकी में संवेग तथा कोणीय संवेग दोनों के संरक्षण के सिद्धांतों को स्थापित किया. तथा प्रकाशित Me रंग का विस्तार प्रस्तुत किया. उन्होंने शीतलन का नियम bhe दिया. इंग्लैंड में एक सर्वेक्षण के अनुसार न्यूटन और अल्बर्ट आइंस्टीन का सर्वेक्षण किया गया जिसमें न्यूटन को ज्यादा प्रभावशाली विज्ञान के क्षेत्र में बताया गया.
Dosto is post me hm apko Isaac Newton ke bare me pura details denge. Newton jivani, Motivational Newton aur bahut kuchh, Newton ek scientist the unhone kya khoje kiya iske bare m bhe details me janenge.
जन्म 4 जनवरी 1643
मृत्यु 31 मार्च 1727
आवास इंग्लैंड
राष्ट्रीयता इंग्लैंड
नागरिकता इंग्लैंड
शिक्षा कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
क्षेत्र भौतिक विज्ञान(Physics) ,गणित(Mathe) तथा खगोल ,प्राकृतिक चित्रण
प्रमुख खोजें गुरुत्वाकर्षण के नियम तथा न्यूटन के नियम
सर आइज़क न्यूटन (Isaac Newton) इंग्लैंड के एक बहुत बड़े वैज्ञानिक(Scientist) थे .जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण तथा गति के नियमों की खोज की ,यह एक महान गणितज्ञ भी थे .inhone बहुत से पुस्तक को भी प्रकाशित किया था, Inka prasidh book "प्राकृतिक दर्शन के गणितीय सिद्धांत" and "फिलॉसफी नेचुरल प्रिंसया मैथमेटिकल" जो कि विज्ञान के क्षेत्र में बहुत एडवांस हैं . इनके गुरुत्वाकर्षण के नियम तथा गति के नियमों ने भौतिक जगत में क्रांति ला दी .इसके अलावा न्यूटन ने यांत्रिकी में संवेग तथा कोणीय संवेग दोनों के संरक्षण के सिद्धांतों को स्थापित किया. तथा प्रकाशित Me रंग का विस्तार प्रस्तुत किया. उन्होंने शीतलन का नियम bhe दिया. इंग्लैंड में एक सर्वेक्षण के अनुसार न्यूटन और अल्बर्ट आइंस्टीन का सर्वेक्षण किया गया जिसमें न्यूटन को ज्यादा प्रभावशाली विज्ञान के क्षेत्र में बताया गया.
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Motivations..
Biography..
Biography( जीवनी) :
आइज़क न्यूटन (Isacc Newton) का जन्म 4 जनवरी 1643 को हुआ. परंतु Newton का जन्मदिवस क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर 1642 को दर्ज किया गया .इनका जन्म इनके पिता के मृत्यु के 3 मंथ बाद हुआ. उनके पिता का नाम भी आइज़क न्यूटन था .और वह एक समृद्ध किसान थे. जब न्यूटन 3 माह के हो गए तो उनकी मां दूसरी शादी कर ली और न्यूटन को उनकी नानी के देखरेख में छोड़ गई .न्यूटन अपने सौतेले पिता को पसंद नहीं करता था ,और इसके कारण अपने माता से दुश्मनी का भाव रखता था .12 से 17 वर्ष की आयु तक वह द किंग स्कूल में पढ़ते थे .कुछ समय बाद उनको उनके स्कूल से निकाल दिया गया ,और वह दूसरे स्कूल में चले गए जहां उनकी माता जो कि दूसरी बार विधवा हो चुकी थी उन्हें किशन बनाने पर जोर दे रही थी. लेकिन न्यूटन अपना एडमिशन कैंब्रिज कॉलेज में कराया और गैलेलियो, केप्लर के नियमों को पढ़ने लगा .1965 में इन्होंने द्विपद प्रमेय का खोज किया .इसके बाद उन्होंने गुरुत्वाकर्षण के नियमों पर काम करना शुरू कर दिया. न्यूटन के मध्यम वर्ग में न्यूटन का लेबनीज के साथ लंबा विवाह चला और कुछ समय पश्चात लेबनीज की मृत्यु हो गई. Kuchh samay bad न्यूटन को द्विपद प्रमेय का संपूर्ण shray दिया जाता था .लेकिन बाद में उन्होंने निर्देशांक ज्यामिति मैं महारत हासिल की 1669 में इन्हें कैंब्रिज का गणित का प्रोफ़ेसर चुना गया.
प्रकाशकीय ::
1670 से 1672 तक न्यूटन ने प्रकाशिकी पर व्याख्यान दिया ,और इस के दौरान इन्होंने प्रकाश के अपवर्तन को सिद्ध किया ,उन्होंने बताया कि अगर किसी Prism में से ही किसी swet प्रकाश को गुजारा जाए तो उसे अलग अलग spectrom me वियोजित कर देता है .इस के दौरान उन्होंने बताया कि सभी वस्तुएं खुद अपने रंग को वर्णित करती हैं हरियाणा सिद्धांत न्यूटन के रंग संबंधित सिद्धांतों के रूप में जाना जाता है जब रॉबर्ट हुक ने न्यूटन की कुछ विचारों की आलोचना की तो न्यूटन अपने आप को इस आलोचना से बाहर लाएं और रॉबर्ट हुक की मृत्यु तक उनका दुश्मन बने रहे
गुरुत्वाकर्षण :
1677 में न्यूटन ने फिर से यांत्रिकी पर काम करना शुरू किया ,और इस दौरान उन्होंने गति के नियम और गुरुत्वाकर्षण k नियमों को प्रस्तुत किया. इस सब के बाद 31 मार्च 1727 में न्यूटन की मृत्यु हो गई बाद में एक इतिहास में न्यूटन ने लिखा था कि
"" न्यूटन ने कहा कि भविष्य में पता नहीं दुनिया मुझे किस नजरिए से देखेगी .लेकिन अपने अनुसार मैं एक ऐसा लड़का हूं जो समुद्र के किनारे खेल रहा हूं .और अपने ध्यान को अब और तब मैं लगा रहा हूं ,जिससे मैं इस समुद्र में एक चिकने पत्थर को ढूंढ रहा हूं ,और सच्चाई यह है कि जो इतना बड़ा समुद्र मेरे सामने हैं अभी तक वह खोजा नहीं गया है":
👍
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